निरंकारी साप्ताहिक सत्संग कबरई महोबा में संपन्न
—निरंकारी साप्ताहिक सत्संग कबरई महोबा में संपन्नमहोबा। स्थानीय निरंकारी सत्संग भवन कबरई में साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महोबा से पधारे महात्मा दशरथ जी ने सत्संग के माध्यम से भक्तों को प्रेरणादायक विचारों से अभिभूत किया।उन्होंने कहा कि “जैसे कमल का फूल पानी में रहकर भी उससे ऊपर रहता है, वैसे ही सच्चा भक्त माया के संसार में रहकर भी माया से ऊपर उठकर निरंकार में लीन रहता है।” महात्मा जी ने बताया कि कमल का जीवन पानी पर आधारित होते हुए भी सूर्य की किरणों और हवा के सहारे खिला रहता है, ठीक उसी प्रकार मनुष्य का जीवन भी निरंकार प्रभु की कृपा से प्रकाशित होता है।उन्होंने आगे कहा कि निरंकार प्रभु मनुष्य के अंग-संग हैं और उसे जीवनदान दे रहे हैं। मनुष्य माया में जन्म लेकर उसी के सहारे अपने कर्म करता है, परंतु सच्चा भक्त माया में विचलित नहीं होता, बल्कि सेवा, सिमरन और सत्संग के माध्यम से प्रभु के चरणों में स्थिर रहता है।कार्यक्रम का संचालन विदित जी द्वारा किया गया।रिपोर्टर – संजय भाई, महोबा।

