लखनऊ में एसटीएफ ने 55 लाख की चरस के साथ एक व्यक्ति को किया गिरफ़्तार

ट्रेन से बिहार से बड़ोदरा जा रहा था चरस तस्कर, ट्रेन में ट्रॉली बैग में छिपाकर रखा थी चरस
लखनऊ। लखनऊ में यूपी एसटीएफ ने 11 किलो चरस के साथ एक तस्कर को गिरफ़्तार कर लिया। बता दें कि जिसकी कीमत मार्केट में करीब 55 लाख रुपए बताई जा रही हैं। वहीं बिहार के सिवान दुमका निवासी तस्कर राजेश कुमार ट्रेन में कपड़ों में छिपाकर तस्करी कर रहा था। वहीं तस्कर राजेश चरस को ट्रेन से डिमांड के आधार पर चरस पीने वाले ग्राहकों को सप्लाई करता था और वह छपरा से बड़ोदरा जा रहा था तभी लखनऊ चारबाग स्टेशन पर बोगी से मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ ने पकड़ लिया। आपकों बता दें कि एसटीएफ़ अनुसार मुखबिर की सूचना पर राजेश को मुजफ्फरपुर सूरत एक्सप्रेस के कोच नंबर बी-6 से पकड़ा गया। वह सीट नंबर-30 पर बैठकर जा रहा था। वहीं राजेश ने पूछताछ में बताया कि वह काफी दिनों से चरस की सप्लाई करता हैं और उसको यह चरस उसके गांव के बगल में रहने वाला महमूद छपरा रेलवे स्टेशन पर देता था। जिसे कपड़ा रखने वाली ट्रॉली बैग में छिपाकर मांग के हिसाब से पहुंचाता था। वहीं इस खेप को उसे बड़ोदरा रेलवे स्टेशन पर एक युवक को देना था और एक सप्लाई के लिए 50 हजार रुपए राजेश को मिलते थे।
लखनऊ में एसटीएफ ने 55 लाख की चरस के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। यह घटना लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर घटित हुई। तस्कर का नाम राजेश कुमार है और वह बिहार के सिवान दुमका का निवासी है। वह मुजफ्फरपुर सूरत एक्सप्रेस ट्रेन में सवार होकर छपरा से बड़ोदरा जा रहा था। एसटीएफ को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ट्रेन में चरस की तस्करी हो रही है। सूचना के आधार पर एसटीएफ ने कोच नंबर बी-6 में तलाशी ली, जहां राजेश कुमार सीट नंबर-30 पर बैठा हुआ मिला। उसके ट्रॉली बैग में 11 किलो चरस छिपाई गई थी, जिसकी कीमत बाजार में करीब 55 लाख रुपए बताई जा रही है।
पूछताछ में राजेश ने बताया कि वह काफी दिनों से चरस की सप्लाई करता है। उसे यह चरस उसके गांव के बगल में रहने वाला महमूद छपरा रेलवे स्टेशन पर देता था। वह इस चरस को ट्रॉली बैग में छिपाकर मांग के हिसाब से ग्राहकों तक पहुंचाता था। इस बार उसे यह खेप बड़ोदरा रेलवे स्टेशन पर एक युवक को देनी थी। एक सप्लाई के लिए उसे 50 हजार रुपए मिलते थे।
एसटीएफ ने राजेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस तस्करी में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।