वक्फ अल्लाह की मिल्कियत है सरकार मुसलमानों के धार्मिक मामलों में दखल न दे।

पिछड़ा मुस्लिम मोमिन समाज तंजीम उत्तर प्रदेश बीकेटी लखनऊ।
पिछड़ा मुस्लिम मोमिन समाज तंजीम उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद अकील खान ने और तमाम मुस्लिम संगठनों के लीडरों एवं जिम्मेदार साथियों के द्वारा और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड की जानिब से देश की राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर में 13 मार्च 2025 को वक्फ बिल के खिलाफ एक बड़े विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है
जिसमें जमीअत उलमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी और महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने इस प्रदर्शन का पूर्ण समर्थन करते हुए कहा कि सरकार का मौजूदा वक्फ बिल पर अडिंग रहना मुस्लिम वक्फ की धार्मिक पहचान को समाप्त करने की कोशिश है।
पिछड़ा मुस्लिम मोमिन समाज संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद अकील खान ने स्पष्ट किया कि वक्फ किसी व्यक्ति की संपत्ति नहीं है बल्कि अल्लाह की मिल्कियत है इसकी बुनियादी स्थिति में किसी भी प्रकार का परिवर्तन यह हस्तक्षेप न केवल शरीयत के सिद्धांतों के खिलाफ है
बल्कि संवैधानिक अधिकारों का भी उल्लंघन है पिछड़ा मुस्लिम मोमिन समाज तंजीम उत्तर प्रदेश और देश एवं प्रदेश की अन्य मुस्लिम तंजीमे केंद्र सरकार से स्पष्ट रूप से कहना चाहते हैं कि वह मुसलमानों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप से बाज आए और इस बिल को लेकर उठाई गई आपत्तियों पर गंभीरता से विचार करें।
इस अवसर पर पिछड़ा मुस्लिम मोमिन समाज तंजीम ने सभी न्याय प्रिय नागरिकों से एवं धार्मिक एवं सामाजिक लीडरों से अपील करते हैं कि इस शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन में पूरी ताकत के साथ भाग ले। और लोकतांत्रिक एवं संवैधानिक अधिकारों की सुरक्षा के लिए अपना सक्रिय योगदान दे।