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पैतृक आवासीय मकान के छत का पानी निकलने से रोका. बरसात में छत व मकान ढहने का भय.होगा बीसों लाख का नुकसान .भरपाई के लिए जिम्मेदार कौन

जनपद- बाँदा-तहसील-अत्तर्रा-ग्राम महुआ अन्तर्गतरामकृष्ण अवस्थी के. सौ साल पुराने. पैतृक आवासीय मकान के .पश्चिमी छत के बरसात के पानी का निकास .उमाशंकर पाण्डेय ने दक्षिण दिशा की दीवार. दक्षिण दिशा की ओर तालाब का भीटा (रास्ते का रिक्त स्थान) की तरफ बढाकर करा रहा निर्माण.छत का पानी निकलने से रोका. बरसात में छत व मकान ढहने का भय.होगा बीसों लाख का नुकसान .भरपाई के लिए जिम्मेदार कौन.*

महुआ-01-जून

मामला जनपद बाँदा के तहसील अत्तर्रा के महुआ गाँव से संबंधित है।रामकृष्ण अवस्थी के सौ साल पुराने पैतृक मकान के पश्चिम दिशा की ओर तालाब का भीटा व रास्ते का रिक्त स्थान मौजूद हैं।
इस रास्ते के रिक्त स्थान व तालाब के भीटे की ओर अन्य लोगों की तरह अवस्थी जी का दरवाजा कई वर्षों से निकास हेतु बना है लेकिन दरवाजे के सामने बगल में दो दिन के लिए ईंटें रखने के लिए स्थानीय निवासी उमाशंकर पाण्डेय ने अवस्थी जी से पूँछकर अपनी ईंटें रखवा दिया।अवस्थी जी के दरवाजे के बगल से उतर दिशा की ओर रास्ते के रिक्त स्थान. तालाब के भीटे मे उमाशंकर पाण्डेय ने टीन का डिब्बा रखवाकर किराने की दुकान खोल लिया और डिब्बे के ऊपर टीन शेड लगवा दिया।टीन शेड. किराने के डिब्बे के उत्तर दिशा की ओर मौजूद तालाब के भीटे. रास्ते के रिक्त स्थान के कुछ क्षेत्र को वल्देव आदि के नाम नीलामी बताते हुए .पक्के मकान का निर्माण उमाशंकर पाण्डेय द्वारा जारी है।इस पक्के मकान की दक्षिणी दीवार को दक्षिण दिशा की ओर अधिक बढा देने के कारण. अवस्थी जी के छत का बरसाती पानी के निकास का पाइप दीवार के अंदर होने लगा।अवस्थी जी ने दीवार बढाकर बनाने से रोका तो उमाशंकर पाण्डेय व उनके दोनों पुत्रों ने कहा कि हमें निर्माण करने से न रोकों. नहीं ठीक नहीं होगा हम आपके पानी के निकास को .पाइप मे बैंड लगाकर दक्षिण दिशा की ओर पाइप बढा देगे ।जिससे बरसात के पानी का भराव नहीं होगा।
इस दौरान अवस्थी जी दुर्घटना में घायल हो जाने के कारण इलाज आदि में व्यस्त हो गए तो आननफानन मे उमाशंकर पाण्डेय ने दीवार के बगल से दीवार को अवस्थी जी के बरसाती जल निकास पाइप को तोडकर नाली का छेद बंद करके ऊपर तक दीवार खडी कर दिया।
अवस्थी जी के दीवार से सटाकर जो दीवार उमाशंकर पाण्डेय ने खडी किया है पूर्णतया गलत है.क्योंकि अवस्थी जी के मकान के पश्चिमी दीवार से लगी हुई एक मीटर चौडी नाली है.जो उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर ग्राम पंचायत द्वारा बनवाया गया था।खुदाई करके नाली के स्वरूप को देखा जा सकता है।अगर उमाशंकर पाण्डेय नाली का एक मीटर क्षेत्र छोडकर अपने मकान की पूर्वी दीवार बनाता तो छत का बरसाती जल निकास अवरुद्ध न होता।
बरसाती पानी के भराव से अवस्थी जी के छत व मकान मे दरारें आ सकती है या मकान ध्वस्त हो सकता है।इस बात को लेकर अवस्थी जी परेशान है और मुख्यमंत्री जी को अपनी व्यथा बताकर न्याय माँगा है कि छत के पानी का निकास खुलवाया जाए और दरवाजे के बगल में रखी गई ईंटों को हटवाया जाए ताकि दरवाजे के सामने सफाई हो सके और बरसाती कीडे घर में न घुसे।छत मे बरसाती पानी भराव के कारण बीस लाख के नुकसान संभावना यदि नुकसान हुआ तो भरपाई के लिए जिम्मेदार कौन ?

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